बिजली केंद्र ( Electricity generation ) को मिश्रीत कोयला की आपूर्ती !
◾Power Center उत्पादन कम, प्रदूषण को बढावा, पर्यावरण हानी
◾अधिकारियों की मिलीभगत से जनता की जेब पर डाका
चंद्रपुर ( राज्य रिपोर्टर न्यूज ) : कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषांगिक कंपनी वेस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड के चंद्रपूर स्थित दुर्गापुर ओपन कास्ट खदान से आपूर्ती किये जाने वाले कोयले में मिलावट होने की वजह से बिजली उत्पादन में असर पड़ने की जानकारी सामने आ रही है जिसकी वजह बिजली केंद्र जहरीला प्रदूषण उगल रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वेकोली के अधिकारी एवं बिजली केंद्र के अधिकारियों की मिलीभगत से पावर प्लांट को मिश्रित कोयला भेजा जा रहा है जिसकी वजह से सरकार को करोडों रुपये की चपत लग रही है।
एक ओर महंगी बिजली से जनता त्रस्त है तो वही दूसरी ओर जनता की जेब पर डाका डालने का काम संबंधीत विभागों के अधिकारियों द्वारा की जा रही है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिजली केंद्रों को मिश्रीत कोयले की आपूर्ति होने के चलते बिजली उत्पादन पर भारी असर पड रहा है इतना ही नही तो लागत कम होने के बजाय बढ़ रही है जबकि बिजली आपूर्ति करनेवाली कंपनी जनता की जेब से लागत वसूल कर रही है यह सबकुछ संबंधीत अधिकारियों की मिलीभगत से जारी है। इससे न केवल जनता का आर्थिक शोषण हो रहा है बल्की प्रदूषण में भी इजाफा हो रहा। पर्यावरण को खतरा होने के कारण नागरिकों के स्वास्थ्य पर असर पड रहा है यह स्थिती ब्लैक गोल्ड सिटी कहे जानेवाली चंद्रपुर क्षेत्र की है ।
बता दें कि जिस खदान में क्षेत्रिय महाप्रबंधक अक्सर भेंट देते हैं वहाँ के उत्पादन , प्रेषण एवं दैनंदिन कार्य की जानकारी लेते है तो उन्हें भी इस मामले संदर्भ में जानकारी नहीं या जानकारी रहने के बाद भी इस मामले पर चुप्पी साधे है यह समझ से परे है।
इस संदर्भ में वेकोली प्रबंधन की ओर से उचित जानकारी एवं प्रतिक्रिया लेने के लिए संपर्क करने पर 15 दिन बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी।
तो वही सीटीपीस प्रबंधन से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि हमारे यहाँ जो कोयला आता है उसकी गुणवत्ता ठीक है ऐसा कुछ नहीं है ।
जबकि राज्य रिपोर्टर न्यूज़ के हाथ लगे फ़ोटो ओर वीडियो में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि मिश्रित कोयले की आपूर्ति हो रही है तो यह आपूर्ति कहा हो रही है अब यह जांच का विषय बन चुका है।
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