SSC की कहानी , पीडित कर्मचारी की जुबानी ; कैडर चेंज करवा देने के लिए लाखों की डील !

 





SSC की कहानी , पीडित कर्मचारी की जुबानी ; कैडर चेंज करवा देने के लिए लाखों की डील !

◾बड़े संगठन के क्षेत्रीय पदाधिकारीयो का कारनामा , चंद्रपुर से लेकर नागपुर तक जुड़े हैं तार !

चंद्रपूर ( राज्य रिपोर्टर न्युज ) : फिर एक बार वेकोली चंद्रपुर क्षेत्र चर्चाओं में है. बता दें कि विगत कुछ महीनों से वेकोली चंद्रपुर क्षेत्र सुर्खियों में है आये दिन यहाँ कोई न कोई नया मामला उजागर होते दिखाई दे रहा है जिसमे प्रमुखता से कुछ अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरतना, कुछ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगना तथा नियमों को ताख पर रख स्वयं घोषित नियमों के अनुसार कार्य करना. साथ ही संगठनो के साथ पक्षपाती करना , जिन संगठन के पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगें हैं उसमें जांच न करना आदि का समावेश है. 

बावजूद इसके स्थानीय प्रबंधक समेत वेकोली मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इन मामलों पर अंकुश लगाने में विफल नजर आ रहे है जिसके चलते चंद्रपुर क्षेत्र का नाम कोयला उद्योग में धूमिल हो रहा है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ वर्ष पहले चंद्रपुर क्षेत्र में कार्यरत एक कर्मचारी कैडर चेंज करवाने की कोशिश में घूमने की जानकारी एक बड़े संगठन के क्षेत्रीय पदाधिकारियों को मिली , जिससे उन पदाधिकारियों ने मौके का फायदा उठाते हुए उस कर्मचारी के संपर्क में जा कर उसका विश्वास संपादित कर लाखो  की डील करने की जानकारी है. जिसके बाद उक्त कर्मचारी उनके झांसे में आ कर डील की रक्कम में से कुछ रुपये भी दिए परंतु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पैसे लेने के बाद लंबे समय तक उस कर्मचारी को आज होगा कल होगा तुम्हारी फाइल नागपुर गयी है बता कर टालते रहे. जिसके बाद उस कर्मचारी को उनके टालमटोल के जवाब सुनकर संदेह हुवा ओर उसने पैसे वापस मांगने शुरू किया.

जिसमे से उस संगठन के एक पदाधिकारियों ने नागपुर में पैसे देने की बात करते हुए काम नही हुवा तो मैं पैसे वापस देता हूं कह कर टाल दिया तो वही एक पदाधिकारी ने पैसे वापस देने की बात की , लंबे समय से आशा में रहे कर्मचारी का काम  नही होने के असार दिखते ही उसने निराश होकर उन पदाधिकारियो के खिलाफ उस संगठन के कोल इंडिया स्तर के नेताओं को लिखित शिकायत करने की जानकारी है.

विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वरिष्ठ नेताओं को शिकायत होने की भनक उन दोनों पदाधिकारियों को पड़ते ही उन्होंने पीड़ित कर्मचारी को शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बना कर पैसे वापस देने की बात कहते हुए एक पदाधिकारी ने तत्काल कुछ पैसे वापस करने की जानकारी है.

जिसके बाद उस शिकायत पर संगठन के वरिष्ठ नेताओ के आदेशानुसार एक गोपनीय जांच होने की जानकारी है परंतु उस जांच में क्या हुवा इसकी जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं. 

 परंतु संगठन के पदाधिकारियों द्वारा  किया गए कृत्य का सबूतो के साथ शिकायत करने के बावजूद अब तक वरिष्ठ नेताओं द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होना यह उस संगठन के रीति नीति पर सवाल उपस्थित हो रहा.

इस मामले से जुड़ी अधिक जानकारी ओर प्रबंधन की भूमिका हम अपने अगले खबर में प्रकाशित करेंगे.




Post a Comment

0 Comments