WCL कर्मचारी त्रस्त , नेता मस्त व प्रबंधन सुस्त

 







WCL कर्मचारी त्रस्त , नेता मस्त व प्रबंधन सुस्त - भाग 2 

◾नेता और प्रबंधन की सांठगांठ से कामगारो का हो रहा शोषण !

चंद्रपुर ( राज्य रिपोर्टर ) : महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में वेकोली कार्यरत हैं। इस कंपनी में अनेक मान्यता प्राप्त कामगार संगठन भी कार्यरत हैं। इस कंपनी के कुछ क्षेत्र मुनाफे में है तो कुछ क्षेत्र घाटे में भी है। जो क्षेत्र घाटे में है उनमें केवल कामगारो का ही दोष नहीं तो प्रबंधन और कामगार नेताओ का भी है। जिसका सीधा असर कामगारो पर पड़ रहा है। 

कुछ नेता इन दिनों कामगारो के प्रश्न को छोड़ बिना कार्य किये खुद की हाजरी ओर बुधवार की ड्यूटी कैसे लगती इस ओर उनका पूरा ध्यान है। 

हम आप को इस खबर के माध्यम से कुछ ऐसे नेताओ को उजागर करने जा रहे हैं जिससे कामगारो की आंखे खुलेगी। 

इस कड़ी में हम आप को बताते हैं कि एक उपक्षेत्रीय स्तर के नेता जो कोल इंडिया के सर्वोच्च फोरम का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता से ज्यादा टूर पर रहते हैं, अब सवाल यह है कि यह उपक्षेत्रीय स्तर के कामगार नेता इतने टूर पर जाते कहा है और इसकी स्वीकृति इन्हें कार्मिक अधिकारी देते कैसे है अब यह जांच का विषय बन गया है ।

तो वही दूसरी ओर एक कामगार संगठन के नेता ने तो अधिकारी से सांठगाठ कर वेकोली के बोर्ड के आदेश का उल्लंघन कर अपना तबादला करवाने की जानकारी हैं जो पिछले कुछ वर्षों से प्रबंधन के आंखों में धूल झोंक रहे।

अधिकारी और कुछ संगठन के नेताओं की सांठगांठ का यह मामला उजागर होने के बाद कामगारो में रोष होकर दबी आवाज में चर्चा है कि ऐसे नेता को तत्काल पद से नही हटाया गया तो आने वाले मेंबरशिप में इसका असर दिखाई देगा साथ ही प्रबंधन ने भी ऐसे मामलों में शामिल नेताओ ओर अधिकारीयो की जांच कर उचित कार्यवाही की मांग हो रही है।

बता दें कि हाल ही में एक क्षेत्र के क्षेत्रीय महाप्रबंधक ने वेकोली के प्रति सकारात्मक भूमिका लेकर कार्य न करने वाले नेताओ के बुधवार बंद करने का फरमान जारी किया था उनके इस निर्णय का कामगारो ने  सराहना करते हुवे सभी क्षेत्रों के क्षेत्रीय महाप्रबंधको ने भी ऐसा निर्णय लेने की मांग की है। 

इस कड़ी में हम अपने अगले खबर में ऐसे ओर कुछ नेताओ उजागर करने की कोशिश करेंगे ।




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