बीना तिरपाल बांधे ओवर लोडेड ट्रकों के चलते रामपूर के अक्रोशित नागरिको ने किया रास्ता रोको आंदोलन।
🔸मनसे तालुका अध्यक्ष की अगवाई में आंदोलन।
राजुरा ( राज्य रिपोर्टर ) : ट्रकों पर बिना तिरपाल बांधे ओवरलोडेड कोयला परिवहन के चलते रास्ते पर ट्रकों से धूल एवं कोयले के छोटे बड़े टुकड़े गिरने से नागरिकों तथा यातायात करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आज शुक्रवार दि 8 अप्रैल दोपहर 12 बजे सास्ती-राजुरा मार्ग पर स्थित रामपुर के हनुमान मंदिर के समक्ष मनसे राजुरा तालुका अध्यक्ष राजू गड्डम की अगुवाई में आक्रोशित नागरिकों की ओर से यहां हो रहे कोयले के भारी वाहनों का परिवहन रोकने के लिए रास्ता रोको आंदोलन किया गया। इसके पश्चात कोयले से भरे वाहनों की परिवहन ठप हुई रास्ते के दोनो तरफ दूर-दूर तक वाहनों की कतारे लगी। पुलिस प्रशासन ने तुरंत यहां हस्तक्षेप कर तनाव से बिगड़ते माहौल को संभाला इसके बाद संबंधित विभाग द्वारा ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया गया। अगर इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द ना हुआ तो मनसे स्टाइल में आंदोलन करने की चेतावनी भी दी गई।
इस मार्ग से दिनोंदिन कोयले के भारी वाहनों का परिवहन के चलते मार्ग पर बड़े-बड़े गहरे गड्ढे निर्माण हुए हैं। भारी वाहनों पर तिरपाल का ना ढके होने से ट्रकों से धूल एवं कोयले के टुकड़े गिरने से आस पास के घरों व दुकानों पर प्रदूषण का काफी प्रभाव पड़ रहा है इसके चलते नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में है। इस मार्ग पर कोयले का परिवहन बड़े पैमाने पर होता है इसके चलते यहां के नागरिकों को अलग अलग प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। स्थानिकों एवं मनसे तालुका अध्यक्ष ने वेकोली अधिकारियों तथा कर्मियों की मिलीभगत से ट्रांसपोर्टरों द्वारा क्षमता से अधिक कोयला लादकर परिवहन करने का आरोप भी लगाया गया। क्षमता से अधिक तथा बिना तिरपाल बांधे कोयला परिवहन कर रहे ट्रकों की वजह से उड़ती धूल तथा गिरते कोयले से होने वाली गंभीर दुर्घटनाओं की जवाबदेही वेकोली के साथ ही ट्रांसपोर्टरों पर लगाने की मांग की गई।
इस समय मनसे तालुका अध्यक्ष राजू गडम, कोप्पुला अंजना, राजू काटम, मणि गोषकी, तिरुपति काटम, सत्तूलू, दिलीप कमटम, संतोष, श्याम कुंराज, अनिल लिपटे आदि उपास्थित थे।
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