पहली बारिश में ही दिखी ठेकेदार के काम की असली रूप।

 

पहली बारिश में ही दिखी ठेकेदार के काम की असली रूप।

🔹3 माह के भीतर इस रोड का दुरुस्ती ( निर्माण ) हुवा !

🔹रास्ते पर ही कोयले के ट्रक चलते हैं 4 छक्के से लेकर 20 चक्के के भारी वाहन दिन रात चलाया जाता है।

🔹रोड उखड़ जाने से वह दुर्घटना का इशारा दिखाई दे रहा है।

राजूरा ( राज्य रिपोर्टर ) : सास्ती से गौरी होते हुए पवनी साखरी की ओर जाने वाली महामार्ग के गौरी नाला पुल के पास के डम्बर रोड का असली रूप सच्चाई का आईना आखिरकार इस मूसलधार बारिश में निर्माण किए नए रोड की पोल खोल दी।

  यहां देखने को मिला है कि इस मार्ग को डामरीकरण करने के लिए वेकोली प्रशासन को प्राइवेट कांट्रेक्टर द्वारा टेंडर भरा जाता है। जिस किसी कांट्रेक्टर को यह टेंडर दिया जाता है वह पूर्ण नियमावली के अनुसार कार्य करना तय होता है। लेकिन यहां डांबर रोड गौरी से लेकर पवनी तक पवनी से लेके पांढरपौणी तक के नए डामरीकरण का रास्ते का निर्माण मात्र 3 माह में तैयार हुआ। और इसी 3 माह के भीतर इस रोड का असली रूप पहली बारिश में ही देखने को मिला।

                       इस डांबर रोड के निर्माण के लिए लाखों रुपयों की लागत लगाई गई है। परंतु इस बारिश से यह रोड पूरा उखड़कर पपड़ियां बिखरी हुई दिखाई दी और कुछ बहते हुए पानी के प्रभाव से बह गई। इस रास्ते पर ही कोयले के ट्रक चलते हैं 4 छक्के से लेकर 20 चक्के के भारी वाहन दिन रात चलाया जाता है। इसी रास्ते से गौरी, पवनी, सास्ती, साखरी के कोयला खदानों में काम करने वाले कर्मचारि अपने मोटरसाइकिलो से या चार पहिया वाहनों से यातायात करते हैं लेकिन यहां 4 इंच की रोड उखड़ जाने से वह दुर्घटना का इशारा दिखाई दे रहा है। इससे कामगार कर्मचारी और जनजीवन सामान्य जनता को अपनी जान की आहुति देना पड़ रहा है। अपनी जान को हथेली में लेकर आना जाना दिन-रात कर रहे हैं। इस पर वेकोली प्रबंधन ठेकेदार की गलतियों को जिम्मेदारी लेना होगा।








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